सोमवार, 22 सितंबर 2008
आज आतंक के इस युग में भारत के मुस्लिम एक बार शक के घेरे में हैं . क्यों आख़िर क्यों कुछ लोगों की समझ में यह बात नहीं आती है की इस देश जैसी आज़ादी दुनिया में और कहीं नहीं है और फिर कोई यह भी बताये की क्या किसी धर्म के लोगों को धार्मिक कार्य करने में बढ़ा डाली जाती है ? फिर क्यों इस्लाम के नाम पर शिक्षित लोग भी आतंकवादियों के हाथों अपने ही लोगों को मारने पर उतर आते हैं ? आज भी दुनिया में अगर मुस्लिम सबसे सुरक्षित हैं तो भारत में क्योंकि भारत किसी के अधिकारों का उल्लंघन नहीं करता, पाकिस्तान का निर्माण तो इस्लाम के नाम पर ही हुआ था फिर वहां पर कौन किसे रोक रहा है. यह ठीक ही है की जो दूसरों के घर में आग लगता है उसका घर भी कभी सुरक्षित नहीं रह पता है
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