tag:blogger.com,1999:blog-8033919830443655972.post5231677819637594659..comments2023-10-29T17:50:20.852+05:30Comments on सीधी खरी बात..: प्रीमियम ट्रेन और समस्या डॉ आशुतोष शुक्ल Dr Ashutosh Shukla http://www.blogger.com/profile/01387366020694951811noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8033919830443655972.post-18491611112907313602016-12-06T16:40:23.192+05:302016-12-06T16:40:23.192+05:30आपका विश्लेषण एक कोण से भले ही उचित सा प्रतीत होता...आपका विश्लेषण एक कोण से भले ही उचित सा प्रतीत होता हो, मगर कुछ इसी तरीके से ही सदा-सर्वदा भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में अचानक आ गई आवश्यक यात्रा की संभावना तलाशी जा सकती है, अन्यथा तो फिर टैक्सी का ही विकल्प बचता है. <br />वैसे भी रेल्वे - जैसी कि घोषणा हो रही है - बिना प्रतीक्षा सूची के कहीं भी कभी भी जा आ सकेंगे इस दिशा में काम कर रही है तो फिर इस प्लान की सफलता की कामना करें, जो कि संभव प्रतीत नहीं होती - नित्य बढ़ती जनसंख्या से कितना ही इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ा लें, यह हमेशा कम ही रहेगी. समस्या की जड़ यही है. :(रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.com