मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

सोमवार, 3 अगस्त 2009

जुगनू बताएगा बहुत कुछ

आज जब देश में पूरी तरह सूखा कहा जा सकता है तो इस बात पर विचार करने की आवश्यकता होती है कि क्या कोई ऐसा तंत्र विकसित किया जा सकता है जिससे हमें बाढ़ और सूखे के बारे में कुछ ठोस जानकरी मिल सके ? जी हाँ अब परेशान होने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि आई आई टी कानपुर ने एक ऐसा उपग्रह बनने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं और इसका काफी काम पूरा भी हो चुका है अब इसके कैमरे पर काम चल रहा है। वैज्ञानिक सूत्रों की माने तो यह उपग्रह जुगनू के नाम से बनाया जा रहा है और यह संभवतः ३ किग्रा का सबसे हल्का उपग्रह भी होगा. जुगनू के बारे में जानकर किसी की भी आंखों में चमक आ सकती है क्योंकि इतना छोटा उपग्रह देश के विविधता से भरे क्षेत्र के बारे में काफी कुछ बातें जानने और बताने की क्षमता रखता है। सबसे महत्वपूर्ण तो यह है कि इसके माध्यम से नदियों कि पूरी जानकारी हमें मिल सकेगी और कहाँ पर बाढ़ आने की सम्भावना है इसमें भी मदद मिलेगी। यदि ये बातें समय रहते ही पता चल जायें तो देश में व्यापक जन-धन हानि से बचा जा सकता है। नवम्बर तक इसको टेस्ट कर इसरो को सौंप दिया जाएगा जहाँ से इसका २०१० में श्री हरिकोटा से प्रक्षेपण कर दिया जाएगा। ३४ सेमी लंबा, ३ किग्रा का जुगनू वास्तव में भारत की एक बड़ी छलांग होगा, आज की परिस्थितियों को देखते हुए हम यह जान सकेंगें कि देश में आगे आना वाला मौसम कैसा होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षात्मक निगरानी भी की जा सकती है। देश के सामने खड़ी सुरक्षा चिंता के लिए यह एक बहुत सुखद अनुभव होगा क्योंकि सीमाओं की निगरानी से लेकर दुष्कर इलाकों तक की खोज ख़बर लेने में जुगनू का कोई मुकाबला नहीं होगा। फिल-हाल तो यह जुगनू प्रयोगात्मक रूप में भेजा जा रहा है इसकी सफलता के बाद ही हम भी इस तरह के बड़े और अधिक दिनों तक काम करने वाले बहुत सारे जुगनू अन्तरिक्ष में भेज सकेंगें जो देश की समस्याओं को अपनी हलकी सी टिमटिमाहट से दूर करने की क्षमता से लैस होंगें।
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

5 टिप्‍पणियां:

  1. मेरी भी हर धड़कन आपके साथ सेम रिदम में भारत के लिए है...

    जवाब देंहटाएं
  2. जुगनू को हम सबके उम्‍मीदों पर खरे उतारने के लिए आई आई टी कानपुर के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं !!

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बढ़िया जानकारी दी है आभार.

    जवाब देंहटाएं
  4. Anna University Chennai has launched it micro satellite ANUSAT. It is a first university in India to have its own bird ( Satellite)

    जवाब देंहटाएं