मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

बुधवार, 7 जनवरी 2009

बड़ों कि बीड़ी.....

आज कल हम सभी आतंक की चर्चा करने में व्यस्त हैं.. कानून को लागू कराने का उत्तरदायित्व जिस पुलिस पर है उसे तो समाज के पहरुओं ने रखैल बना कर रख दिया है. ताज़ा घटना चंडीगढ़ की है कि फिल्मी सितारों अजय, सलमान ने खुलेआम धूम्रपान किया जबकि इस सुंदर शहर में यह पहले से प्रतिबंधित है. क्या यह हो सकता है कि इन दोनों को यह बात न मालूम हो ? अगर ये शहर के बारे में नहीं जानते थे तो क्या आयोजकों का यह दायित्व नहीं बनता था कि इन दोनों को यह बता दिया जाता ? देश की यही संस्कृति देश की सुरक्षा को दिन-प्रतिदिन खतरों में डालती रहती है. कानून के बारे में इन सभ्य समाज के लोगों को क्या छूट दी जानी चाहिए ? आज भी यही हमारे लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुके हैं. आप को यदि धूम्रपान करना ही था तो बहुत सारी जगहें हैं कुछ भी करते रहो ... एक बात का ध्यान इन लोगों को तो रखना ही होगा कि इन पर मीडिया से जनता सभी की आँखें लगी रहती हैं तो कुछ मर्यादित व्यवहार क्यों नहीं किया जा सकता ? ठीक है कुछ लोग इनको कोर्ट में खींच लेंगें तब ये लोग यह कहते फिरेंगें कि हमें इस बात की जानकारी ही नहीं थी. आज देश की चुनौतियों के सामने आप सभी एक जिम्मेदार नागरिक ही बन जाए तो बहुत अच्छा रहेगा. देश आप से केवल उचित व्यव्हार की आशा करता है आप बाकि चाहे जो करते रहो......

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