मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

शनिवार, 18 जुलाई 2009

चंद्रयान और हम...

हर भारतीय के लिए यह ख़बर मायूस करने वाली थी कि हमारा महत्वाकांक्षी चंद्रयान स्टार सेंसर के ख़राब होने से किसी बड़ी गडबडी का शिकार हो गया है। पर इसरो के वैज्ञानिकों की सोच और समझ ने फिलहाल इस पर आए संकट को टाल दिया है। स्टार सेंसर यान की दिशा आदि का निर्धारण किया करता है। जिस तरह से यान की ऊंचाई को बढ़ा कर इसके चाँद से टकराने की सम्भावना को समाप्त किया गया है वह सराहनीय है। यह ज़रूर है कि इस समस्या से जितना काम चंद्रयान को करना था शायद वह न कर पाए फिर भी उसकी जिंदगी बढ़ जाने से शायद वह कुछ तो कर ही सके। इसरो का कहना है कि इस यान ने अपना कुल ९० % काम तो कर ही लिया है पर तब और अच्छा लगता जब यह अपना पूरा कार्यकाल निपटा पाता। आज इस घटना ने इसरो को आगे आने वाली चुनौतियों का सामना करने में आसानी तो हो जायेगी साथ ही किस तरह से बड़े अभियानों को चलाना है इस बारे में भी बहुत सी बातें सीखने को मिल जाएँगीं।
आशा है कि इस तरह के बड़े अभियानों में आने वाली कठिनाइयों से सीख कर हमारे वैज्ञानिक भी भविष्य में बहुत सारे प्रयोग कर नए रहस्यों को खोलने में अन्य देशों के साथ खड़े हो सकेंगें.
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

3 टिप्‍पणियां:

  1. यही उपलब्धि कुछ कम नहीं -भारत में वैज्ञानिक शोध का जो माहौल है -राजनीतिक और ब्यूरोक्रेसी का जो हस्तक्षेप है उसे देखते हुए

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