मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

बुधवार, 12 अगस्त 2009

बुधवार को देखें आसमानी आतिश बाज़ी

आज रात १ से २ बजे तक का समय खगोल विज्ञानं में रूचि रखने वालों के लिए खास होने जा रहा है क्योंकि आज रात खगोलीय घटना जिसका खगोल शास्त्री बहुत बेसब्री से इंतज़ार करते हैं होने जा रही है। वैसे तो उल्का पिंडों की बरसात हर वर्ष जुलाई/अगस्त माह में होती है पर इस बार इसका सर्वाधिक प्रभाव दिखाई देगा आज रात को। भारत के विभिन्न स्थानों में यदि मौसम साफ रहता है तो यह घटना आसानी से देखी जा सकेगी। इस बार की यह बौछार धूमकेतु टर्टल से सम्बंधित है और इस बौछार का नाम परशु है यह जिस बिन्दु से आती प्रतीत होगी वह परशु तारा मंडल में मौजूद रहता है। वैसे तो यह नज़ारा पूरे आकाश में होगा परन्तु स्विफ्ट टर्टल की कक्षा के रास्ते में यह पूर्वी गोलार्ध में अधिक दिखाई देंगें। मनुष्य ने अपनी खोजी प्रवृत्ति के कारण इस तरह की बहुत सी खगोलीय घटनाओं से परदा उठा दिया है। उल्लेखनीय है कि इस उल्का वृष्टि का नज़ारा खगोल प्रेमी लगभग २००० वर्षों से देख रहे हैं और इसके रहस्यों को खंगालने की कोशिश जो बहुत पहले शुरू हुई थी आज भी उसी गति से आगे बढती जा रही है। प्राचीन काल से यूरोप लोग इस उल्का वृष्टि को संत लारेंस के आंसू कहा करते हैं॥ फिल हाल चाहे जो हो मौसम साफ रहने पर यह खगोलीय घटना आपने आप में किसी रोमांच से कम नहीं होने वाली है।


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5 टिप्‍पणियां:

  1. कोशिश करेंगे इस आसमानी आतिशबाजी को देखने की।

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  2. वाह नजरे गडाता हूँ आज की रात

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  3. आज जरुर देखूंगा . जानकारी के लिए धन्यवाद.

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  4. इस बार बरसात के मौसम में ही सारी सुंदर खगोलीय नजारे हो रहे है .. बारिश हो या न हो .. नजारे देखने में रूकावट तो आ ही जाती है।

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