वाशिंगटन में पाक-अफगान के लिए अमेरका के विशेष दूत रिचर्ड हालब्रुक ने भारत को दक्षिण एशिया की एक प्रभावी शक्ति कहा है। इसका यह अर्थ नहीं कि भारत का प्रभाव पहले कम था पर आज के समय में आतंक से जूझने में भारत अमेरिका के साथ एक विश्वसनीय सहयोगी के तौर पर उभर रहा है। भारत अमेरिका का व्यापार तो काफी पहले से ही ठीक चल रहा है और अब इसे अन्य बहुत सारे क्षेत्रों में फैलाने की अमेरिकी मंशा ने भारत के वास्तविक रूप को स्वीकार करने के लिए एक तरह से बाध्य ही कर दिया है। आज कोई भी देश भारत को नज़र अंदाज़ नहीं कर सकता क्योंकि आज भारत एक ऐसे राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने है जो अपनी बात को बहुत शालीनता और सौम्यता से परन्तु दृढ़ शब्दों में रखने की क्षमता से युक्त है। भारत ही आज तक दुनिया के इकलौता ऐसा देश है जिसने कभी किसी देश के साथ अनावश्यक रूप से सम्बन्ध बिगाड़ने का काम नहीं किया। एक ओर हम अरब देशों के साथ हैं तो वहीं रक्षा मामलों में इस्राइल हमारी ज़रूरतों को पूरा कर रहा है। अमेरिका हमें विश्वसनीय सहयोगी मानता है तो ईरान भी हमारे साथ गैस सौदा करने का इच्छुक है। आज़ादी के बाद से ही हमारे देश ने पूरी दुनिया के सामने अपनी विश्वसनीयता कायम की है वह बहुत पक्की है। आज के समय में पाक-अफगान से जुडा मसला भारत से इसलिए जुड़ जाता है क्योंकि भारत इनका सबसे निकट पड़ोसी है और इसके बिना यहाँ पर कुछ भी ही सुचारू रूप से करना सम्भव नहीं है। अफगानिस्तान के पुनर्निमाण में भारत के योगदान को सारी दुनिया देख चुकी है। बाकी के देश वहां पर अपने हितों को साधने के लिए पहुँचते रहे है जबकि भारत अफगानिस्तान का बहुत पुराना सहयोगी रहा है और वहां के घाव भारत की आत्मा को चोट पहुंचाते हैं। काबुल और अन्य स्थानों पर हमारे कितने ही सैनिक असैनिक लोग आतंक का शिकार हुए है पर अफगानिस्तान के निर्माण में हमारा योगदान कहीं से भी कम नहीं हुआ।
गर्व है हमें कि हम भारत वासी हैं, गर्व है हमें कि हम एक गौरवशाली परम्परा के वाहक हैं, गर्व है हमें कि हमारा जन्म भारत में हुआ ... और हम प्रण करें कि देश की आत्मा के साथ हमेशा ही रहेंगें। जय हिंद......
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...
जय हिंद ..!!
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की बहुत शुभकामनायें .