दिल्ली में सुरक्षा मामलों की समिति ने एक सुर से विमान अपहरण करने वाले को मौत की सजा देने का प्रावधान किया जाना स्वीकार कर लिया है. काफी दिनों से इस मसले पर बात चल रही थी पर अभी तक कोई आम राय नहीं बन पाई थी पर आज इस मसले पर आखिर एक मत होकर फैसला ले ही लिया गया. देश में जो कुछ भी हो रहा है या फिर जब से २६/११ में विमानों का उपयोग विस्फोटकों के रूप में किया गया था उसके बाद से ही देश में भी कुछ कड़े कानून बनाने की बात की जाने लगी थी.
फिलहाल अब यह तो तय ही हो गया है कि देश में विमान अपहरण करने वालों से अब सख्ती से निपटा जायेगा. संशोधन में यह भी महत्वपूर्ण है कि भारत की धरती पर हुए अपहरण में विमान को दोबारा उड़ने से पूरी तरह रोकने का प्रयास किया जायेगा. कंधार के मामले में अमृतसर में विमान को रोक पाने में देश के सुरक्षा बल पूरी तरह से विफल रहे थे. देश के सामने अब दुविधा नहीं रहेगी कि कब क्या किया जाये ? अब कोई भी स्थिति हो तो सरकार पर अनुचित दबाव न डाला जा सकेगा . देश में अभी भी बहुत सारी ऐसी समस्याएं हैं जिनके कारण हम लोग कई बार मुसीबत में फँस जाते हैं और उनका समय रहते कोई तोड़ भी नहीं ढूंढ पाते हैं. अब समय आ गया है कि इस तरह के सारे मामलों में सही कदम उठाये जाएँ और देश के सामने इस तरह की अजीब स्थिति आने देने से बचा जाये. सरकार ने अपहृत विमान को मार गिराने का प्रस्ताव भी मान लिया है क्योंकि इस तरह से आतंकियों को यह सन्देश तो मिल ही जायेगा की केवल एक विमान के अपहरण से उनकी मांगें तो मानी नहीं जाएँगी और उनकी जान भी अधिक देर तक बात चीत करने के लिए सुरक्षित नहीं बचेगी.
अब हमें भी दुनिया को यह दिखा देना है कि यह देश मानवीय चेहरे के साथ कठोरता को अपनाने में नहीं चूकने वाला है.
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...
If a person hijacks a bus not a plane, then what will be his punishment. Will it be same?
जवाब देंहटाएंjinko court fashi ki saja suna chuka hain unko sarkar fashi de nahi rahi. mujrim sarkar ke damad bane hua hai fir kanoon bana kar deswashiyo ko bewakoop kyo bana rahai hai.
जवाब देंहटाएंsarkar ka ye prayas sarahniy hai....aakhir ab chet rahai hai sarkar...
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