गाँवों में अब हो रहा पूँजी का हुड दंग
सारे हिल-मिल लूटते करदाता है तंग..
करदाता है तंग करें अब क्या और कैसे
मन को मोहे आज प्रणब की खूब लपूसें..
काले गोरे कोट पर हो गयी कर की मार
सस्ती होती आज फिर मंहगी मंहगी कार
मिला बहुत सा प्यार मिलेगा अब रोजगार
मिलकर खाएं आज खोदते सड़कें यार
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...सारे हिल-मिल लूटते करदाता है तंग..
करदाता है तंग करें अब क्या और कैसे
मन को मोहे आज प्रणब की खूब लपूसें..
काले गोरे कोट पर हो गयी कर की मार
सस्ती होती आज फिर मंहगी मंहगी कार
मिला बहुत सा प्यार मिलेगा अब रोजगार
मिलकर खाएं आज खोदते सड़कें यार
आज की इस पोस्ट के साथ ही सीधी खरी बात ने अपना शतक पूरा किया है... आप सभी का स्नेह, सुझाव एवं मार्ग दर्शन सदैव ही मिलता रहेगा इसी आशा के साथ सभी को धन्यवाद.
रोटी हो मँहगी जहाँ और सस्ती हो कार।
जवाब देंहटाएंसमझें मुश्किल हो गया शासन है बीमार।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
बजट पर क्या खूब लिखा है...
जवाब देंहटाएंसौंवी पोस्ट पूरी होने पर बधाई...जल्द एक हजार पूरी हों