मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

शुक्रवार, 10 जुलाई 2009

बजट पर कुछ पंक्तियाँ .{सौवीं पोस्ट}

गाँवों में अब हो रहा पूँजी का हुड दंग
सारे हिल-मिल लूटते करदाता है तंग..
करदाता है तंग करें अब क्या और कैसे
मन को मोहे आज प्रणब की खूब लपूसें..
काले गोरे कोट पर हो गयी कर की मार
सस्ती होती आज फिर मंहगी मंहगी कार
मिला बहुत सा प्यार मिलेगा अब रोजगार
मिलकर खाएं आज खोदते सड़कें यार
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...


आज की इस पोस्ट के साथ ही सीधी खरी बात ने अपना शतक पूरा किया है... आप सभी का स्नेह, सुझाव एवं मार्ग दर्शन सदैव ही मिलता रहेगा इसी आशा के साथ सभी को धन्यवाद.

2 टिप्‍पणियां:

  1. रोटी हो मँहगी जहाँ और सस्ती हो कार।
    समझें मुश्किल हो गया शासन है बीमार।।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com

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  2. बजट पर क्या खूब लिखा है...
    सौंवी पोस्ट पूरी होने पर बधाई...जल्द एक हजार पूरी हों

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