चीन के सैनिकों द्वारा जिस तरह से भारतीय भूभाग में घुसकर पत्थरों पर लिखा गया है उससे भारत को चिंतित होने की आवश्यकता है। कल को कहीं ऐसा न हो की इन लिखे हुए पत्थरों को लेकर ही चीन यह कहने लगे की यह भाग हमारा है क्योंकि जब हमने यहाँ लिखा था तो यह भारत का होता तो वह विरोध भी करता ? भारत सरकार को अपने पड़ोसियों से बहुत ही सावधान रहने की ज़रूरत है, कई बार ऐसा हो जाता है की लापरवाही में ऐसी बातें हो जाती हैं जो सोची नहीं जाती हैं। सरकार ने पाकिस्तान को घेरने में जिस तरह से उपाय किए हैं उससे सभी देश वासी संतुष्ट हैं पर चीन के मसले पर सरकार का रुख अभी लोगों को समझ नहीं आ रहा है। इस बात का सही ढंग से विरोध तो आवश्यक है ही साथ ही भविष्य में ऐसा कुछ भी न होने पाए इसके लिए समुचित उपाय भी किए जाने चाहिए। चीन जिस तरह से कहीं न कहीं कुछ खुर-पेंच करता रहता है उसे समझने और कड़े कदम उठाने की ज़रूरत है। देश में वैसे ही पाक- बंगला-नेपाल मोर्चे पर समस्याएं कम नहीं हैं फिर चीन भी अगर इसी तरह की हरकतें करने लगा तो एक समय बहुत समस्या आ सकती है। आशा है कि सरकार कुछ ऐसा करेगी जिससे जनता को लगे कि वह और देश सुरक्षित हैं।
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...
चीन को एक सख्त सैनिक डोज की जरुरत है।
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