मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

बुधवार, 15 दिसंबर 2010

टेलीफोन टेप और कानून

कोर्पोरेट सप्ताह का उद्घाटन करते समय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने टेलीफोन टेप मसले पर सरकार की स्थिति को उद्योग जगत के सामने जिस तरह से रखा वह अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है फिर भी उनके केवल कहने से पूरा काम नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा है कि इस मामले में पूरी तरह से ऐसे कानून बनाये जाने चाहिए जिससे वास्तविक ज़रूरतों के अलावा कोई अन्य व्यक्ति या संस्था किसी भी व्यक्ति के फोन को टेप न करा सके. अभी तक जो भी हो रहा है उसको देखते हुए अब तकनीकी सुधार करने की बहुत आवश्यकता है.
         उन्होंने उद्योग जगत की इस बात पर भी ध्यान देने का आश्वासन दिया कि किसी भी स्थिति में इस तरह की घटनाओं को सही नहीं कहा जा सकता है क्योंकि जब भी कुछ गलत होता है तभी सही की तरफ अधिक ध्यान जाता है. अब समय है कि नियमों में ऐसे संशोधन किये जाएँ जिससे समय आने पर किसी भी गलत व्यक्ति के इस टेपिंग में लिप्त पाए जाने पर उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही भी की जाये जिससे आने वाले समय में कोई भी इस तरह से कुछ भी अँधेरे में नहीं कर सके. यह सही समय है अगर मनमोहन सिंह को यह लगता है कि अब कानूनों में परिवर्तन की आवश्यकता है तो उन्हें इस मामले पर विचार विमर्श करके जल्दी ही कोई निर्णय लेना चाहिए जिससे आने वाले समय में कानून में कोई कमी न महसूस हो ?
  फिलहाल तो सरकार को इस बात का ध्यान देना चाहिए कि इस मामले में जो भी दोषी हैं उनके विरुद्ध ठोस कार्यवाही की जाये और आने वाले समय में फिर से कोई गुप्त जानकारी को लीक न कर सके इस बात का भी पुख्ता प्रबंध किया जाए. आम तौर पर सरकारी काम जिस तरह से होते हैं उनको देखते हुए कुछ पैसों के लालच में लोग अपना ईमान बेच देते हैं और सरकार को बिना बात के अजीब स्थिति का सामना करना पड़ता है.   

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