महाराष्ट्र में रत्नागिरी के पास जिस तरह से एक संदिग्ध हेलीकाप्टर उतरा और उसमें से दो लोग वहां उतर कर कुछ देर तक घूमते रहे और भी उसी में बैठकर वापस चले गए इससे यह पता चलता है कि बढ़ते हुए हवाई यायायात के बीच भी देश की हवाई सुरक्षा कितनी हवा में है क्योंकि आज जिन लोगों ने इस तरह से एक हेलीकाप्टर का प्रयोग किया है कल वे किसी तरह से बड़े विमान का उपयोग करके देश के किसी भी हिस्से में कोई बड़ी घटना को अंजाम भी दे सकते हैं ? यह भी हो सकता है कि ये लोग बिना किसी पूर्व अनुमति के इस तरह से निकले हों या फिर वे किसी औद्योगिक घराने के अधिकारी या कर्मचारी भी हो सकते हैं जो किसी तरह के अध्ययन के लिए गए हों पर इस मामले में सबसे अचम्भे वाली बात यह है कि मुंबई या गोवा के हवाई यातायात नियंत्रकों को इसकी भनक तक नहीं लगी ? अगर देश में कोई ऐसी व्यवस्था है जो आपात स्थिति में हेलीकाप्टर को बिना अनुमति उड़ने की छोट देती है तो उसे तुरंत ही ख़त्म कर दिया जाना चाहिए.
जिस तरह से आतंकियों ने समुद्र मार्ग का उपयोग कर मुंबई पर हमला किया था उसके बाद से देश में तटीय सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना शुरू किया गया है फिर वहां की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए विशेष रूप से रडार लगाये जा रहे हैं पर अब इस तरह से एक हेलीकाप्टर में बैठकर इस तरह से खुलेआम बिना किसी को ख़बर हुए घूमना यह दर्शाता है कि अभी भी हमें अपनी सम्पूर्ण सुरक्षा के लिए बहुत कुछ करना है. यह तो तय है कि कोई भी सामान्य हेलीकाप्टर बहुत लम्बी दूरी नहीं तय कर सकता है इसलिए यह या तो महाराष्ट्र के किसी इलाके से ही उड़ा था या फिर समुद्र में खड़े किसे जहाज से उड़कर आया था. इन दोनों ही हालातों में यह बात चिंताजनक है कि किसी भी तरह की एजेंसी को यह हेलीकाप्टर दिखाई ही नहीं दिया जिसमें कई चक्र पर सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाती है ? कल को पाकिस्तान से आया कोई जेट या लड़ाकू विमान भी इसी तरह से सुरक्षा बलों की आँखों में धूल झोंक कर तबाही मचा सकता है जिसके बारे में कुछ हो जाने पर ही पता चल पायेगा. अच्छा हो कि महाराष्ट्र या आस पास के स्थानों पर जो भी एजेंसियां हेलीकाप्टर रखती हैं या जो किराये पर देती हैं उनसे इस बारे में पूरी जानकारी जुटाई जाये जिससे आगे आने वाले समय में इस तरह से अपने तय मार्ग से भटकने वाले या किसी ग़लत मंशा से काम करने वाले लोगों पर नज़र भी रखी जा सके ? महाराष्ट्र में कल जितने भी हेलिकाप्टरों ने उड़ान भरी थी उनके बारे में भी पूरी जानकारी जुटाई जानी चाहिए क्योंकि हो सकता है कि ग़लत मंसूबे वाले कुछ लोगों ने यह काम जानबूझकर किया हो की देखें कि देश की सुरक्षा एजेंसियां उन्हें पकड़ पाती हैं या नहीं और आने वाले समय में वे किसी बड़े कारनामे को अंजाम देना चाहते हों या फिर वे वास्तव में रास्ता ही भटक गए हों ? जब अमेरिका जैसे सुरक्षित देश में हवाई हमले हो सकते हैं तो हमारे यहाँ की कमियों का लाभ उठाकर आतंकी कुछ भी कर सकते हैं. हेलीकाप्टर चलाने वाली सभी कम्पनियों के लिए यह आवश्यक किया जाये कि वे अपनी पूरी गतिविधियों की सही जानकारी देना शुरू करें क्योंकि कल किसी न किसी स्तर पर कानून का पालन नहीं किया गया है और यह देश के लिए एक चेतावनी भी हो सकती है.
मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...
निश्चय ही चिन्तनीय है।
जवाब देंहटाएंआंतरिक्ष एवं बाह्य सुरक्षा का ध्यान एजेसिंयों को रखना चाहिए। इस तरह की गफ़लत कभी ले डूबेगी।
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