मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

बुधवार, 31 मार्च 2010

आई पी एल के मौसम ब्लॉग ने भी शतक ठोंका

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज कर पूरा देश क्रिकेट के पीछे दीवाना हुआ जा रहा है इस मौसम में लगे हाथ आपके ब्लॉग सीधी खरी बात ने भी प्रिंट मीडिया में अपनी १०० वीं पोस्ट छपने से शतक पूरा कर लिया. पिछले एक वर्ष में जिस तरह से इस ब्लॉग ने प्रिंट मीडिया में अपना एक नियमित स्थान बनाया उसमें कई समाचार पत्रों ने भी अपना भरपूर सहयोग किया. इस तरह की सूचना वैसे तो इकठ्ठा कर पाना किसी भी ब्लॉगर के लिए नामुमकिन ही होता पर श्री पाबला जी के ब्लॉग से सभी ब्लॉगर अपनी छपी हुई पोस्ट्स के बारे में पूरा ब्यौरा रख सकते है. धन्यवाद के पात्र हैं वे जिन्होंने दूर दराज़ के क्षेत्र में बैठे मेरे जैसे लोगों का काम बहुत ही आसान कर दिया. इसके बाद हरिभूमि, डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट, अमर उजाला, हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर आदि समाचार पत्रों ने भी अपने ब्लॉग स्थान में मेरे ब्लॉग की पोस्ट्स को छापने के योग्य पायीं जिसके लिए इन सभी के ब्लॉग विभाग का भी बहुत बहुत धन्यवाद है. बिना पाठकों के ब्लॉग का होना या ना होना बराबर ही है इस मामले में भी समीर लाल जी,डॉ0 दीपक धामा, सुमन जी, निर्मला जी, वाणी जी, पी सी गोंदियाल जी, दिनेश जी, काजल जी, दिगंबर जी, शास्त्री जी और अन्य बहुत से पाठकों का भी मैं अभिनन्दन करना चाहता हूँ जिन्होंने अपने बहुमूल्य समय से कुछ पल हमारे लिए भी निकाले और अपने विचारों से भी हम सभी को अवगत कराया.
आशा है कि इस तरह के सम सामयिक लेख लिखने और उन्हें आप तक पहुँचाने में मैं आगे भी सफल होता रहूँगा. प्रयास है कि इस आने वाले समय में कुछ फीचर आधारित लेख भी आप लोगों तक पहुंचा सकूं क्योंकि अभी तक केवल ताज़ा मुद्दों पर ही नियमित तौर पर कुछ लिख पा रहा हूँ. जैसे भी हो प्रयास रहेगा कि अपने चिकित्सकीय कार्य से इतना समय निकाल कर अपने लेखन कार्य के साथ भी न्याय करता रहूँ. यह भी सही है कि बहुत बार कहीं पर कुछ लेख ज्यादा ही तीखे हो गए थे पर साथ ही वे समय की मांग भी थे क्योंकि आज के समय में हम जो कहना चाहते हैं किसी दबाव में नहीं कह पाते हैं फिर भी सीधा पर खरा कहने के प्रयास में कुछ चुभन हो ही जाती है. आशा है कि आगे भी आप सभी मेरे लेखन में कमियों की तरफ ध्यान दिलाकर सुधार कार्य भी कराते रहेंगें. मैंने कभी भी लेखन को इस स्तर पर नहीं किया पर अब लगता है कि शायद प्रयास करके और अच्छा लिख पाऊँगा. अंत में एक निवेदन कि आप हमेशा ही अपना प्यार बनाये रखेंगें.            

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