मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

रविवार, 16 मार्च 2014

एमएच ३७० और सुरक्षा चिंताएं

                                   एक हफ्ते से गायब मलेशियन एयरलाइन का विमान आज भी पूरी दुनिया के लिए के रहस्य ही बना हुआ है जिसके चलते दुनिया के प्रमुख देश अब किसी अपहरण या अन्य साज़िश के बारे में भी सोचने को मजबूर हो रहे हैं क्योंकि अभी तक जिस तरह से संदिग्ध परिस्थितियों में यह विमान गायब हुआ है और उसके बाद से अभी तक सम्भावित दुर्घटना होने पर उसके मलबे के बारे में भी कुछ पता नहीं चल पा रहा है उससे मामला और भी अधिक संदिग्ध लगने लगा है. प्रारंभिक जांचों में जहाँ केवल यही लग रहा था कि यह विमान सुदूर समुद्री क्षेत्र में दुर्घटना का शिकार हो गया है पर अब जिस तरह से उसके बारे में कुछ नयी संदिग्ध सूचनाएँ भी सामने आ रही हैं उससे अब रक्षा विशेषज्ञों को अन्य तरह से सोचने पर भी मजबूर होना पड़ रहा है. क्या कोई विमान इस तरह से हवा से अचानक गायब हो सकता है यह आज की आधुनिक दुनिया के सामने एक बड़ा प्रश्न है और जिस तरह से जानकर विमान के उपकरणों को बंद किया गया उससे अब संदेह करने के सभी रास्ते पहले से अधिक खुले हुए हैं.
                                    अमेरिकी के पूर्व विदेश मंत्री ने विमान के अपहरण और उसके ९/११ की तरह दुरूपयोग की आशंका भी ज़ाहिर की गयी है और साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि भारत के नज़दीक होने और वहाँ पर चुनावी माहौल होने के कारण अब कोई आतंकी हमला भी इसके माध्यम से किया जा सकता है जिससे भारत की सुरक्षा चिंताएं और भी बढ़ गयी हैं. आज के आधुनिक युग में जब यह कहा जाता है कि अमेरिका पूरी दुनिया की जासूसी करता है और रूस, चीन तथा इसराइल को भी इसमें महारत हासिल है तो इनके द्वारा आखिर उस विमान के बारे में कुछ भी सही सूचना कैसे नहीं मिल पा रही है जबकि उक्रेन को लेकर इस समय तनाव अपने चरम पर चल रहा था ? यदि किसी ने इस विमान का अपहरण किया है तो उसे कहीं भी तो उतार नहीं लिया गया होगा क्योंकि इतने बड़े विमान को उतरने के लिए कम से कम हवाई अड्डे का होना तो आवश्यक ही है और बिना किसी देश के इसमें शामिल हुए यह काम किया ही नहीं जा सकता है. पूरी तरह से आधुनिक और सुरक्षित कही जाने वाली हवाई यात्रा कितनी असुरक्षित है यह इससे पता ही चल गया है.
                                 यदि इस विमान का किसी भी तरह से अपहरण किया गया है तो यह पूरी दुनिया के सामने आने वाले एक और बड़े गम्भीर संकट की तरफ भी संकेत ही हो सकता है क्योंकि आने वाले समय में कम सुरक्षा और आतंकियों के लिए नरम रुख रखने वाले किसी भी देश से इस तरह से विमान को गायब कर बाद में उसका दुरूपयोग एक हथियार के रूप में भी किया जा सकता है. सबसे चिंता की बात यह है कि हवाई सुरक्षा को किस तरह से धता बताया जा सकता है यह भी इस घटना से पूरी दुनिया के सामने आ गया है अब विशेषज्ञ इस बात पर भी गौर कर रहे हैं कि यदि इसका अपहरण किया गया है तो इस क्षेत्र के वे कौन से इलाके हो सकते हैं जहाँ इसको उतारा जा सकता है क्योंकि भले ही यह विमान दुर्घटना ग्रस्त ही हुआ हो पर इस तरह की सुरक्षा चिंताएं अब सबके सामने आ ही गयी हैं तो उन पर भी गहन विचार किये जाने की आवश्यकता भी है. भारत के पूर्वी क्षेत्र को इस तरह के किसी भी प्रयास के द्वारा हमले की सीमा में आसानी से लाया जा सकता है और पिछले कुछ दिनों में मलेशिया में जिस तरह से आतंकियों पर दबाव बनाया गया है तो यह वहाँ के किसी आतंकी गुट का काम भी हो सकता है.  
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