मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

सोमवार, 3 मई 2010

खेल संघों में सफाई

खेल मंत्री एम एस गिल ने जिस तरह से यह कहा है कि नए संशोधन के बाद खेल संघों के पदाधिकारी १० साल से अधिक समय तक अपने पदों पर नहीं रह पायेंगें उससे निश्चित ही खेलों के लिए कुछ अच्छा होने वाला है . सरकार में इस नए संशोधन की आवश्यकता बहुत दिनों से महसूस की जा रही थी. आज देश में खेलों की जो दुर्दशा है उसके पीछे इन खेल संघों के पदाधिकारियों की बहुत बड़ी भूमिका रहती है. कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि चंद लोग इतने दिनों से यहाँ पर जमे हुए हैं की उनके लिए इन संघों का भला बुरा सोचने का समय ही नहीं है. देश में जब राष्ट्रपति के लिए सीमा है कि कोई व्यक्ति दो बार से अधिक नहीं बन सकता है तो अच्छे और सुचारू ढंग से चलाने के लिए इन खेल संघों में पूरी पारदर्शिता लाने के लिए इनके अध्यक्षों को भी अधिक समय तक पदों पर नहीं बने रहना चाहिए. खेल से जुड़े संघों पर अच्छा हो कि सम्बंधित खेलों से जुड़े व्यक्तियों को ही चुना जाये ताकि वे खेलों को नयी ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल हो सकें. देश में खेलों की जो दशा है वह किसी से भी छिपी नहीं है और इनमें जुड़े लोगों के लिए अब यह मलाई खाने से अधिक कुछ भी नहीं है. जो लोग खेल के बारे में कुछ नहीं जानते वे यहाँ पर बैठे हैं जब वे सम्बंधित खेल के बारे में कुछ नहीं जानते तो किस तरह से वे खेलों का भला कर पायेंगें ?
अच्छा हो कि इस संशोधन के साथ ही नियमों में व्यापक परिवर्तन कर दिए जायें जिससे इन खेलों की दुर्दशा से बचा जा सके. पैसे ने क्रिकेट को किस तरह से नंगा कर दिया है और मज़े की बात यह है कि उस पर अभी तक केवल पर्दा डालने की बातें ही की जाती रही हैं. सहायता देने और खेलों के विकास की बात अपनी जगह है पर जब केवल पैसों से ही किसी खेल को तौला जाने लगे तब गड़बड़ तो होनी ही है. देश में बहुत कुछ आज के परिदृश्य में अप्रासंगिक हो चुका है कोई नियम जब बनाये जाते हैं तो उस समय के बेहतर नियम होते हैं पर समय के साथ उनमें सुधार की ज़रुरत होती ही है. समय के साथ परिवर्तन होना आवश्यक है जिन जगहों पर इसे अपनाया जाता है वहां पर सफलता साथ में चलती है पर पुराने नियमों से नए समय में नहीं चला जा सकता है. ऐसे नियम जो बोझ बने हों उन्हें तुरंत ही बदल देना चाहिए जिससे खेलों के भले के बारे में भी सोचा जा सके. हो सकता है कि देश में खेलों की दशा को सुधारने में यह नियम कुछ कारगर हो जाये और तब खेल मंत्री गिल का नाम लोग इस बदलाव के लिए हमेशा ही याद रखेंगें.  
   

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2 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छा हो कि इस संशोधन के साथ ही नियमों में व्यापक परिवर्तन कर दिए जायें जिससे इन खेलों की दुर्दशा से बचा जा सके

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