मेरी हर धड़कन भारत के लिए है...

मंगलवार, 28 दिसंबर 2010

पाक के हिन्दू...

           पाकिस्तान में हिन्दुओं के साथ रोज़ हो रहे अत्याचारों के कारण वहां के २७ हिन्दू परिवारों ने भारत में राजनैतिक शरण की मांग की है. इन परिवारों ने इस शरण मांगने के लिए पाक में रोज़ हो रहे अत्याचारों और भेद भाव को कारण बताया गया है. बलूचिस्तान संकट पर आयोजित एक गोष्ठी में पाक के मानवाधिकार मंत्रालय से सम्बंधित अधिकारी ने यह कहा कि अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के कारण ये लोग भारत जाना चाह रहे हैं. अभी तक जिस तरह से पाक में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किये जा रहे हैं उससे ये लोग भारत जाना चाह रहे हैं. अभी तक पाक में अल्पसंख्यकों पर जिस तरह से रोज़ ही अत्याचार किये जाते हैं उससे यह तो तय ही है कि जल्दी ही अगर पाक में इस बारे में ठीक से नहीं सोचा गया तो इससे उसकी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान ख़राब ही होने वाली है.
     अभी तक पाक में जिस तरह से अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपहरण हत्या और दोहरी नीतियों का पोषण पाक की सरकार द्वारा किया जा रहा है उससे तो यही लगता है कि इस तरह की चिंता केवल दिखाने के लिए ही है. कोई भी देश अगर अपने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए उचित कानूनी संरक्षण प्रदान नहीं कर सकता है तो वहां पर बहुत दिनों तक विविधता नहीं दिखाई देगी. वैसे भी पाक सरकार का जो रुख अभी तक इस तरह के मामले सामने आता रहा है उससे तो यही लगता है कि वह भी नहीं चाहती कि वहां पर मुसलमानों के अलावा कोई अन्य भी रहे ? पाक जब अपने यहाँ से इन हिन्दुओं सिखों और ईसाईयों को खो देगा तभी उसे इनकी सही कीमत पता चलेगी.
     आज भी भारत सरकार द्वारा इस तरह के निवेदनों में बहुत समय लिया जाता है जिससे इस तरह के आवेदन करने वालों के लिए उस माहौल में रहना और भी मुश्किल हो जाता है ? अभी भी भारत सरकार को यहाँ आने के लिए इच्छुक लोगों के हर आवेदन पर विचार करने में बहुत समय लगता है और इतने बीच में उनके लिए वहां पर जीना हराम हो जाता है ? भारत सरकार को अब समय रहते एक नीति बना लेनी चाहिए जिससे इस तरह के किसी भी आवेदन पर बहुत जल्दी ही विचार किया जा सके.          
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