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शनिवार, 7 सितंबर 2013

रेलवे और सुविधाएँ

                                           एक बार फिर से रेलवे ने अपनी ऑनलाइन यात्री सुविधाओं से जुड़ी कई महत्वपूर्ण वेब साइट्स को एक नई साईट नेशनल ट्रेन एन्क्वायरी में मिलाकर जिस तरह से एक नया प्रयास किया है उससे आम यात्रियों को अपने लिए सूचनाएँ एकत्रित करने में बड़ी आसानी ही होने वाली है. आज जब देश के हर क्षेत्र में आम लोगों तक इंटरनेट की पहुँच होती जा रही है उस परिस्थिति में रेलवे द्वारा उतनी तेज़ी से कोई प्रयास नहीं किये जा रहे थे जिस कारण से भी आम लोग रेलवे की इन साइट्स के माध्यम से कुछ जानना भी चाहते थे तो उनको काफी समय लगाना पड़ता था. आम लोगों और यात्री सुविधाओं से जुड़ी हुई किसी साईट के निर्माण और रखरखाव पर रेलवे को अभी तक जितना ध्यान देने की आवश्यकता थी उस पर कभी भी ध्यान नहीं दिया जाता था. आज यदि रेलवे से जुड़ी हर सूचना तीव्रता से एक जगह पर ही उपलब्ध हो जाए तो संभवतः स्टेशनों पर होने वाली अनावश्यक भीड़ को रोकने में भी कुछ सफलता हासिल की जा सके.
                                               इस नई साईट में जिस तरह से स्पॉट योर ट्रेन के माध्यम से अपनी ट्रेन के बारे में पूरी जानकारी मिल सकती है जो कि आम यात्री के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना होती है कई बार ट्रेन के लेट होने के बाद भी लोग निर्धारित समय से स्टेशन पर पहुँच जाते हैं और अनावश्यक रूप से भीड़ बढ़ती जाती है. किसी भी स्टेशन विशेष का नाम लिखकर वहां से होकर जाने वाली सभी ट्रेनों के बारे में पलक झपकते ही सारी सूचनाएँ पाई जा सकती है जिससे कोई भी किसी भी स्टेशन पर पानी ट्रेन का सही समय जान सकता है. किन्हीं भी दो स्टेशनों के मध्य चलने वाली ट्रेनों के बारे में सूचना देने के लिए भी इस साईट पर पूरी व्यवस्था है केवल सम्बंधित स्टेशनों का नाम लिखकर वहां से आने जाने वाली किसी भी ट्रेन की सूचना पाई जा सकती है या फिर उस समय उस ट्रेन की वास्तविक स्थिति का पता भी लगाया जा सकता है कि वह किसी स्टेशन तक पहुंची हुई है. इसमें सबसे महत्वपूर्ण जानकारी जिसके बारे में कभी भी रेलवे द्वारा सही सूचना नहीं दी जाती है निरस्त और दूसरे मार्ग से होकर चलायी जाने वाली ट्रेनों की सूचनाएँ है जिनके माध्यम से किसी जगह परिचालन सम्बन्धी समस्या होने पर ट्रेन किस मार्ग से जा रही है उसकी पूरी सूचना भी मिल  सकती है.     
                                             आज जितनी बड़ी संख्या में लोगों द्वारा अपने स्मार्ट फोंस के माध्यम से हर जानकारी जुटाने की चाह बढ़ती जा रही है उस स्थिति में इस साईट का मोबाइल संस्करण भी प्रबावी ढंग से काम करने वाला ही होना चाहिए क्योंकि हर जगह पर केवल नेट पर ही से ही इस तरह के काम निपटाने की बाध्यता या मोबाइल साईट के धीरे चलने के कारण उसका उपयोग के बार फिर से उस स्तर पर नहीं किया जा सकेगा जैसे हो सकने की संभावनाएं हैं. साथ ही इस साईट पर आने वाले लोगों की संख्या और समय को देखते हुए भविष्य में इसके प्रसार और तेज़ गति से चलते रहने के लिए भी उचित प्रबंध भी किये जाने चाहिए क्योंकि सरकारी क्षेत्र में एक बार अच्छा काम करने के बाद उसको जिस तरह से पूरा हुआ मान लिया जाता है उससे भी पूरी प्रक्रिया सही दिशा में नहीं चलती रह पाती है. रेलवे के पास जब क्रिस जैसा संस्थान है तो उसके पास इस साईट के लिए प्रचुर धनराशि होनी चाहिए जिससे आवश्यकता पड़ने पर उसे मंत्रालय स्तर से हर एक मंज़ूरी न लेनी पड़े. काफी समय के बाद रेलवे ने अपनी स्तर से अच्छा प्रयास किया है और आशा की जानी चाहिए कि यह काम इसी गति से आगे भी चलता और बढ़ता रहेगा.
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